सोमवार, 18 जुलाई 2011

मैं एक इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनियर हूँ - शिल्पा मेहता

 मैंने अपनी इंगलिश टीचर ..भूल गये क्या ? वही शिखा कौशिक जी से कहा - टीचर जी ! कम से कम इतनी इंगलिश तो सिखा ही दो कि - ब्लाग वर्ल्ड के ब्लाग्स पर इंगलिश में टिप्पणी कर लिया करूँ । ताकि मेरा भी कुछ रौब गालिब हो । क्यों मेरी इज्जत का " सूजी का हलुआ " बनाने पर तुली हो फ़ीस क्या मुफ़्त की देता हूँ । तब उन्होंने मुझे एक रेडीमेड टिप्पणी बता दी - very nice post
और आगे कहा - अगर अक्ल से काम लो । तो इसी से तीन टिप्पणी बन जाती हैं ।
मैं - व्हाय मैम ।
शिखा मैम - एक - very nice । दो - nice post । तीन - very nice post ।
और सुनो । आगे उन्होंने कहा - टीपणी का मतलब नहीं जानते बुद्धू कहीं के । टीपो और लगा दो । क्यों दिमाग को सोचकर हीट करते हो । यही तो अन्य भी करते हैं । टीपते हैं । और चिपका देते हैं । टीपना समझते हो ? या ये भी नहीं समझते । नकल मारना । मैं तो भैया यही करती हूँ । ( टिप्पणी देने में ) अब दिमाग का दही कौन करे ।
मैं - वाओ मैम ! इसीलिये तो मैंने अकलबन्दी ( शब्द पर ध्यान दें ) से आपको टयूटर बनाया हुआ है । दिमाग पर एक्सट्रा जोर भी नहीं । और पढाई भी पूरी । अम्मा जी का खिलाया देशी घी पूरा बचा कि नहीं ।


खैर माय वैरी जीनियस मैम ! इस 3 इन 1 टीपणी का मतलब भी तो बता दो । कभी कोई पूछ ही बैठा । और मैं नहीं बता पाया तो । तो नाक तो आपकी ही...खैर छोङिये ।
शिखा मैम ने कहा - ठीक है । very मतलब - थोङा । nice मीन - बेकार । post मतलब - पोस्ट...पोस्ट ..पोस्ट ( मैं समझ गया । अटक गयी गाङी । अब डिक्शनरी निकालेंगीं ) लेकिन मेरी बहुत होशियार मैम ने तुरन्त ( बिना डिक्शनरी यूज किये ) चुटकी बजाकर कहा - post मतलब - पोस्टमेन । इतना भी नहीं जानते ।
मैं - वाओ मैम ! क्या दिमाग दिया है ?? अल्लाह ने आपको । अब इस कमेंट को पूर्णरूपेण भी समझा दीजिये
शिखा मैम - very nice - थोङा बेकार । nice post - बेकार लिखा ।  very nice post - थोङा ही बेकार लिखा । कितनी इजी है ना । इंगलिश लैंग्वेज । पर तुम पढाई पर ध्यान दो तब ना ।
खैर..ये टिप्पणी पुराण तो चलता ही रहेगा । बहरहाल मैं इन्हीं एक बटा तीन टिप्पणियों से काम चला रहा हूँ । बल्कि चला रहा था कि - तभी मेरी निगाह " 


रेत के महल " ब्लाग पर गयी । खास बात ये थी कि ये भी 2 in 1 है । यानी एक इंगलिश में । दूसरा हिन्दी में । और उससे भी बङी बात थी कि ये भी शिल्पा मैम यानी एक टीचर जी का था । अतः मैं इनसे भी टयूशन पढने की बात करने चला गया ।
मगर इनके प्रोफ़ायल से मुझे बहुत हैरानी हुयी । एक बाडी में दो दो लोग कैसे ?
देखिये -मन से एक लेखक.. लेखिका हूँ
( बट.. मुझे ये पढकर अच्छा लगा कि - पढना । पढ़ाना और बातें करना बहुत अच्छा लगता है ।
सच मैं बातें करना मुझे भी अच्छा लगता है । मैं तो दिन भर ही फ़ालतू बातें करता रहता हूँ ।
( और भी देखिये - वैसे एक इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनियर हूँ ।
अब तो जरूर ही इनसे टयूशन पढूँगा । अरे घर की बिजली टीवी फ़ैन etc खराब होने पर शिल्पा मैम से मुफ़्त ही सही करा लूँगा । इसे कहते हैं । एक पंथ दो काज ।
और ये रहा - शिल्पा मैम का परिचय ।


hospet कर्नाटक । भारत की इंजीनियरिंग कॉलेज में पढाने वाली शिक्षिका सुश्री शिल्पा मेहता जी अभी ब्लाग जगत में नयी है । फ़िर भी उन्होंने अपनी अनोखे और अलग किस्म के लेखों से ब्लाग जगत में सबका ध्यान अपनी तरफ़ आकर्षित किया है । या कहिये । धूम मचा दी है । इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनियर होने के नाते उन्होंने आध्यात्म और साइंस का सुन्दर समन्वय भी किया है । मैं हमेशा कहता रहा । ब्लाग जगत में मुझे मनपसन्द ब्लाग ( मेरी अभिरुचि के ) ना के बराबर ही मिले । लेकिन शिल्पा जी का ब्लाग मुझे उम्मीद जगाता है । विचारोत्तेजक खोजपूर्ण सामग्री तर्क की कसौटी पर बातचीत सहज ही आकर्षित करती हैं । मुझे उनके अन्य लेखों का भी इंतजार है । आप भी जाकर देखिये । और आगे देखिये शिल्पा जी अपने बारे में क्या बता रही हैं - मैं तो मैं हूँ । आप बताएं पढ़ कर । वैसे एक इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनियर हूँ । इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाती हूँ । मन से एक लेखक.. लेखिका हूँ । पढना । पढ़ाना । और बातें करना बहुत अच्छा लगता है । ब्लॉग पर आपका स्वागत है - :)) इनके ब्लाग - रेत के महल । और ret ke mahal ( इंगलिश )
How do you pronounce the 'g' in bologna ? like the "k" and the "d" in knowledge..(:-)(;-))

5 टिप्‍पणियां:

Shikha Kaushik ने कहा…

राजीव जी -आप को आकर्षित करने वाला ब्लॉग निश्चित रूप से सराहनीय ही होगा .सार्थक प्रस्तुति .आभार

S.N SHUKLA ने कहा…

ख़ूबसूरत पोस्ट , बधाई

बेनामी ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
Shalini kaushik ने कहा…

आपकी हर प्रस्तुति रोचक होती है और क्या कहा जा सकता है सिवाय बधाई और आभार के

रेखा ने कहा…

बहुत ही रोचक पोस्ट .....धन्यवाद