मंगलवार, 22 मार्च 2011

अफ़सोस कि लोग अच्छे ब्लाग्स पर टिप्पणी नहीं करते ।

त्रेतायुग की बात है । जब सुश्री शिखा जी ने मुझे एक बहुत अच्छा ग्यान खङे खङे ही बताया ( सोचो । आराम से बैठकर बतातीं । तो और भी बहुमूल्य ग्यान बतातीं । ) उन्होंने कहा । राजीव जी..बस एक बात याद रखो । ..कर्म किये जा । फ़ल की इच्छा मत कर रे इंसान । ये है गीता का ग्यान । ये है गीता का ग्यान ।
अब मैं क्योंकि हमेशा टाप की लेप में रहने वाला वाला कामचलाऊ आदमी..मतलब त्रेतायुग में भी मेरे पास लेपटाप था । मैंने शिखा जी के बताये अनुसार गूगल में " गीता का ग्यान " सर्च किया । 
तो ये ब्लाग्स निकलकर आ गये । जीवन की सीख देने वाले अनमोल ग्यान से परिपूर्ण ब्लाग ।..लेकिन अफ़सोस । इन ब्लाग्स पर टिप्पणी उसी तरह गायब थी । जैसे मेरी अक्ल कहीं गायब है । शायद इसी से खीजकर श्री शर्मा जी ने अपने ब्लाग का नाम ही रख दिया ( यहाँ ग्यान की बात )...कौन सुनता है ??
खैर भाई लोगो । आपकी दादागीरी चलती है । टिप्पणी करो या ना करो ।
मैं तो आपको ब्लाग के बारे में ही बता सकता हूँ । करनाल हरियाणा के रहने वाले श्री जे शर्मा भूतपूर्व ( ये ) Ex Asst. Prof. Agric. Engineering. Ex IDA Consultant[Sugarcane mechanization]. Ex Sr.Engineer of a Tractor manufacturing ltd co. हैं ।
और इनके ब्लाग्स..ॐ शान्ति ॐ..कौन सुनता है..गीता के मोती..गीता तत्त्व विज्ञान.. ये हैं ।
 राम राम सबको ।

4 टिप्‍पणियां:

आकाश सिंह ने कहा…

हर उदाश चेहरे पे मुस्कराहट को लाना है|
आँधियों में भी आशियाना बनाना है|
लोग इनकी ब्लॉग पे टिपण्णी करें या न करें|
मुझे इनके ब्लॉग पे टिपण्णी करना और करवाना है|

Shikha Kaushik ने कहा…

Rajeev ji -aapka is blog par hardik swagat hai .post bahut sarthak hai .baad me hi aapke bataye blog par ja paungi .vaise shree krishn ne Arjun ko Geeta ka gyan khade rahkar hi diya tha .kya baithkar dete ?

Shalini kaushik ने कहा…

bahut sarthak prastuti .aabhar.

सहज समाधि आश्रम ने कहा…

आज शालिनी जी की बात मान गया । श्री श्री 108 खङेश्वरी देवी जी क्या नहले पर दहला मारा है । इसीलिये वकील साहब चकित हो जाते हैं । बात कहाँ से एकदम कैसे आपके दिमाग से निकल आती है ।