मंगलवार, 27 सितंबर 2011


हे दुर्गा नमो नमः महेश्वरी 

हे काली,महाकाली दुर्गेस्वरी !
तुझको नमन करता हुआ 
तेरा आह्वान करता हुआ 
करता हूँ मैं करबद्ध प्रार्थना 
इस जग के सारे असुरों का 
फिर से संहार कर दे ओ माँ !!
मेरे बस में है ये ना 
किसी और के बस में ही है 
ये तो बस अब ओ माँ 
केवल तेरे बस में ही है 
धरती के संग खेलने वालों का 
मानवता का संहार करने वालों का 
कमजोरों का रक्त पीने वालों का 
बेबसों का चीर हरने वालों का 
वंचितों की पीर बढाने वालों का 
हर इक ऐसे असुर का अब 
सिर्फ तुम ही कर सकती हो दमन
या फिर कुछ ऐसा कर दो कि 
सच्चे लोगों में शक्ति भर दो
जो इन सबका नाश कर सके 
ऐसे लोगों को धरती में भर दो  
हे दुर्गा नमो नमः महेश्वरी 
हे काली,महाकाली दुर्गेस्वरी !!

2 टिप्‍पणियां:

रेखा ने कहा…

सुन्दर प्रार्थना ....नवरात्रि की शुभकामनाएँ

KANTI PRASAD ने कहा…

बहुत ही सुन्दर भाव भर दिए हैं पोस्ट में........शानदार| नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं