शनिवार, 28 मई 2011

अंदाज ए मेरा: आत्‍मसमर्पित नक्‍सली की कहानी........ उसी की जुबान...

अंदाज ए मेरा: आत्‍मसमर्पित नक्‍सली की कहानी........ उसी की जुबान...: "उसकी उमर कोई 21 साल है। वैसे तो 21 साल की उमर कोई बडी उमर नहीं होती लेकिन इस कम उम्र में उसने काफी कुछ झेला है। उसका नाम संध्‍या है। आज..."

4 टिप्‍पणियां:

Shalini kaushik ने कहा…

nice post.

Shikha Kaushik ने कहा…

Naxal's agitation now convert in a passion .they have become feeling less .your post also support this point .

smshindi By Sonu ने कहा…

ब्लॉग से अवगत कराएं शुक्रिया

Sawai Singh Rajpurohit ने कहा…

आभार